नई दिल्ली : एक राष्ट्र एक टैक्स के मंत्र के साथ देश में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी GST – 1 जुलाई, 2017 से लागू हो गया है। स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे बड़ा कर सुधार कहा जा रहा ‘जीएसटी‘ शुक्रवार मध्यरात्रि को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐप का बटन दबाकर इसे लॉन्च किया।
देश और राज्यों में फिलहाल लागू लगभग दर्जनभर अलग-अलग अप्रत्यक्ष करों का स्थान लेने जा रहे जीएसटी को लेकर सरकार का कहना है कि इससे ‘एक राष्ट्र, एक बाज़ार, एक कर‘ व्यवस्था को अमली जामा पहनाया जा सकेगा। चूंकि जीएसटी का मकसद ‘टैक्स पर टैक्स‘ को खत्म करना है, इसलिए विशेषज्ञों का भी कहना है कि समय के साथ वस्तुओं तथा उत्पादों पर कर का बोझ कुल मिलाकर कम ही होगा।
जानें, आखिर क्या है GST बिल और क्या होंगे इसके फायदे?
जीएसटी को समझना एक मुश्किल चीज़ है। इसलिए दुनिया समाचार आपको इससे रू-ब-रू करा रहे है। जीएसटी के लागू हो जाने के बाद 500 रुपये से कम कीमत वाले जूते-चप्पलों, तैयार पोशाकों जैसी कई वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी, जबकि टीवी तथा छोटी कारें महंगी होने जा रही हैं।
जानिए क्या है GST? क्यों जरूरी है जीएसटी? कौन-कौन लोग जीएसटी के दायरे में आएंगे? क्या-क्या है जीएसटी से बाहर? जानें, जीएसटी के लागू हो जाने के बाद आम लोगों और व्यवसायों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? कितने प्रकार के GST Return File करने होंगे? कितने तरह के टैक्स को जीएसटी में शामिल किया गया है? आपको एक-एक करके सभी प्रश्नों के बारे में बता रहे है।
जीएसटी (GST) क्या हैं?
• वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Service Tax) एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) है।
• जीएसटी एक एकीकृत कर है जो वस्तुओं और सेवाओं दोनों पर लगेगा।
• जीएसटी लागू होने से पूरा देश, एकीकृत बाजार में तब्दील हो जाएगा और ज्यादातर अप्रत्यक्ष कर जैसे केंद्रीय उत्पाद शुल्क (Excise), सेवा कर (Service Tax), वैट (Vat), मनोरंजन, विलासिता, लॉटरी टैक्स आदि जीएसटी में समाहित हो जाएंगे।
• इससे पूरे भारत में एक ही प्रकार का अप्रत्यक्ष कर लगेगा।
प्रत्यक्ष कर (Direct Tax)
• प्रत्यक्ष कर वो कर होता है जिसे जिस व्यक्ती पर आरोपित किया जाता है, उसी से उसे वसूला जाता है! अर्थात वह कर जिसे आपसे सीधे तौर पर वसूला जाता है उसे प्रत्यक्ष कर कहते है।
• उदा. – आय कर, क्रषि कर, व्यवसाय कर, धन कर, संपति कर, निगम कर, भ-ूराजस्व कर, पूजी लाभ कर, उपहार कर।
अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax)
• ऐसे कर को अप्रत्यक्ष कर कहा जाता है, जिसका मौद्रिक भार दूसरों पर डाला जाता है अर्थात कर का वास्तविक भार उस व्यक्ति पर नही पडता जो उसे अदा करता है।
• उदा. – Excise Tax (उत्पाद कर), Custom Tax (सीमा शुल्क), Services Tax (सेवा कर), Market Tax/Vat (बाजार कर), Entertainment Tax (मनोरंजन कर), Sales Tax (बिक्री कर), Stamp Duty
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क्यों जरूरी है जीएसटी (GST)
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