नई दिल्ली : एक निर्धन धोबी था। उसके पास एक गधा था। उसका गधा काफी कमजोर था क्योंकि उसे बहुत कम खाने-पीने को मिल पाता था। धोबी गधे से कमड़तोड़ मेहनत करवाता था जिससे गधे की इतनी भी फुरसत नहीं मिलती थी कि ठीक से खाना खा पाए।
धोबी को भी गधे की हालत पर तरस आता था और वह कोई उपाय सोच रहा था कि गधे को भरपूर खाना मिल सके। लेकिन इसके लिए धोबी अपने काम से समझौता नहीं करना चाहता था।
एक दिन, धोबी को एक मरा हुआ शेर मिला। उसे देखते ही धोबी के दिमाग की बत्ती जली। उसने सोचा, मैं गधे के ऊपर इस शेर की खाल डाल दूंगा और उसे पड़ोसियों के खेतों में चरने के लिए छोड़ दिया करूंगा।
किसान समझेंगे कि वह सचमुच का शेर है और उससे डरकर दूर रहेंगे और गधा आराम से खेत चर लिया करेगा। धोबी ने तुरंत अपनी योजना पर अमल कर डाला। उसकी योजना काम कर गई।
ये भी पढ़ें : बच्चों की हिंदी कहानियां – नन्ही चिड़िया की सीख
अब वह रोज रात को गधे को शेर की खाल पहना देता था और खेतों में चरने के लिए छोड़ देता था। किसान उसे शेर समझकर उसके पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे। इस तरह से कुछ समय बीता और पौष्टिक खुराक मिलने से वह गधा फिर से तंदुरुस्त हो गया।
एक रात धोबी का गधा खेत में चर रहा था कि उसे किसी गधी की रेंकने की आवाज सुनाई दी। उस आवाज को सुनकर वह इतने जोश में आ गया कि वह भी जोर-जोर से रेंकने लगा।
खेत की रखवाली कर रहे किसानों को गधे की आवाज सुनकर उसकी असलियत का पता चल गया। फिर क्या था, उन्होंने उस गधे की जमकर धुनाई कर दी। जिससे गधा मर गया।
इसलिए कहा गया है कि अपनी सच्चाई नहीं छिपानी चाहिए। इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि पोशाक बदलने से ही आपका व्यक्तित्व नहीं बदल जाता। आप जैसे हो वैसे ही बहुत अच्छे हो दुसरो की नकल करने का आपको बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
हिंदी कहानी – बेवकूफ गधा
हिंदी कहानियां और पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
(Read all latest Hindi Stories News Headlines in Hindi and Stay updated with Duniya Samachar)
2 thoughts on “हिंदी कहानी – शेर की खाल में धोबी का गधा”
Comments are closed.